प्रिय साथियों,
आरसीएम सिस्टम की खूबसूरती और जन कल्याण की अदभुत चमत्कारी शक्ति ने इसे शुरू करने के लिए मुझे प्रेरित किया था। दुनिया इसके पाक इरादे को समझ नहीं पाई। अब हमारे सामने चुनौती है कि हम इसके मकसद को दुनिया के सामने साबित करके दिखाएँ।आम उपभोक्ता इस राष्ट्र की सर्वोच्च
शक्ति है और उस शक्ति का उपयोग करने की बजाय उस शकित को बढ़ाने की नीति पर
टिका है आरसीएम। इस बात को पूर्णतया मध्य नजर रखते हुए सभी साथी कार्य
करें, यह आरसीएम की एक प्रमुख आवश्यकता है।
दूसरों की उन्नति के लिए जो कार्य करेगा वह उतना ही आगे बढ़ेगा। आगे बढ़ने का यह रास्ता बहुत ही सुन्दर भी है और प्रगतिवान भी है। जिस सिस्टम के माध्यम से हम लोगों को मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करते हुए सफलता, सम्पन्नता और नैतिकता के पथ पर आगे ले जा सके तो जीवन में इससे सुन्दर और क्या हो सकता है..........आज के समाज में जो शोषण की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है उससे पूरा हटकर है आरसीएम का रास्ता। इसीलिए हमारे सभी साथियों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि आरसीएम की मूल्य आधारित शिक्षा पर विशेष कार्य करें। केवल शिक्षा ही नहीं बलिक अपनी गतिविधियों में उन मूल्यों का विशेष ध्यान रखना है।
आगे विशाल संभावनाएँ नजर आती है, लेकिन उनका मार्ग मूल्य आधारित कार्य करते हुए ही प्रशस्त किया जा सकता है। विशेष ध्यान रखना है कि लोगों का उपयोग नहीं करना है, लोगों का विकास करना है, प्राण गीत व आरसीएम मूल्यों को अंगीकार करे व वरिष्ठ साथी शिक्षा पर विशेष कार्य करें।
आपकी सफलता की शुभकामनाओं के साथ
आपका
तिलोक चन्द छाबड़ा
आरसीएम सिस्टम की खूबसूरती और जन कल्याण की अदभुत चमत्कारी शक्ति ने इसे शुरू करने के लिए मुझे प्रेरित किया था। दुनिया इसके पाक इरादे को समझ नहीं पाई। अब हमारे सामने चुनौती है कि हम इसके मकसद को दुनिया के सामने साबित करके दिखाएँ।
दूसरों की उन्नति के लिए जो कार्य करेगा वह उतना ही आगे बढ़ेगा। आगे बढ़ने का यह रास्ता बहुत ही सुन्दर भी है और प्रगतिवान भी है। जिस सिस्टम के माध्यम से हम लोगों को मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करते हुए सफलता, सम्पन्नता और नैतिकता के पथ पर आगे ले जा सके तो जीवन में इससे सुन्दर और क्या हो सकता है..........आज के समाज में जो शोषण की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है उससे पूरा हटकर है आरसीएम का रास्ता। इसीलिए हमारे सभी साथियों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है कि आरसीएम की मूल्य आधारित शिक्षा पर विशेष कार्य करें। केवल शिक्षा ही नहीं बलिक अपनी गतिविधियों में उन मूल्यों का विशेष ध्यान रखना है।
आगे विशाल संभावनाएँ नजर आती है, लेकिन उनका मार्ग मूल्य आधारित कार्य करते हुए ही प्रशस्त किया जा सकता है। विशेष ध्यान रखना है कि लोगों का उपयोग नहीं करना है, लोगों का विकास करना है, प्राण गीत व आरसीएम मूल्यों को अंगीकार करे व वरिष्ठ साथी शिक्षा पर विशेष कार्य करें।
आपकी सफलता की शुभकामनाओं के साथ
आपका
तिलोक चन्द छाबड़ा
TC Sir ham har kadam par aapke saath hai.
ReplyDeleteSir hamlog apke sath he
ReplyDeleteJai RCM
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